शुक्रवार, 13 नवंबर 2020

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप - 2023 जारी जनसहभागिता और मॉनिटरिंग का नया ढाँचा बनाया जायेगा-मुख्यमंत्री

 मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मिंटो हॉल में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के विकास का रोडमैप-2023 जारी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा कि विकास में जनसहभागिता और मॉनिटरिंग की व्यवस्था का नया ढाँचा खड़ा किया जायेगा। ग्राम, जनपद और जिला स्तर पर दीनदयाल समितियाँ गठित कर जनसहभागिता और मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जायेगी। आधुनिक टेक्नालॉजी का हर क्षेत्र में व्यापक उपयोग कर विकास कार्यों में पारदर्शिता बढ़ायी जायेगी। खेती में आधुनिक ढंग से उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाकर खेती को लाभ का धंधा बनाया जायेगा। किसानों को पी.एम. सम्मान निधि और मुख्यमंत्री सम्मान निधि के रूप में हर साल कुल 10 हजार रूपये की सम्मान निधि दी जायेगी।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की रणनीति पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप जारी करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप में अधोसंरचना विकास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, अर्थव्यवस्था एवं रोजगार और सुशासन पर स्पष्ट रणनीति तैयार की गई है। इस रोडमैप के आधार पर मंत्री अपने विभागों की योजना तैयार कर क्रियान्वित करेंगे। मंत्री एवं प्रशासन के हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जायेगी और उसकी प्रत्येक स्तर पर सख्त मॉनिटरिंग होगी।    
     आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश रोडमैप-2023 के विमोचन अवसर पर विशिष्ट अतिथि सांसद श्री वी.डी. शर्मा, मिंटो हॉल में एवं भारत सरकार के नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत वी.सी. के माध्यम  से शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रोडमैप का विमोचन कर उसके क्रियान्वयन के लिये रोडमैप की प्रति मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस को सौंपी। इस अवसर पर अनेक मंत्री, विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने कहा कि कोरोना कॉल में सिर्फ मध्यप्रदेश ने वेबिनार आयोजन की यह महत्वपूर्ण पहल की। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को लागू कर मध्यप्रदेश देश के अग्रणी प्रांत की पहचान बनाएगा।   
प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारे प्रेरक
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारे प्रेरक हैं। उनसे सदैव उत्साह और ऊर्जा प्राप्त होती है। उन्होंने कोरोना की चुनौती को अवसर में बदलने का आव्हान कर आत्मनिर्भर भारत के लिए सभी राज्यों से सहयोग की अपील की थी। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश आवश्यक है। इसके लिए किए गए प्रयास आज प्रदेश की जनता के सामने इस रोडमैप के रूप में रखे जा रहे हैं, क्योंकि मध्यप्रदेश की जनता मेरी आराध्य है। मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है। यह जनता मेरे लिए भगवान है। इस मंदिर का पुजारी शिवराज सिंह चौहान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में आर्थिक संकट से लोगों को उबारना एक चुनौती थी। हमने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों तक राशि पहुंचाई। इन परिस्थितियों में मध्यप्रदेश का रोडमैप प्रस्तुत करना भी एक विशेष कार्य था, जिसे अपनी चाह से हमने पूरा किया। अब रोडमैप को लागू करने के लिए निरंतर कार्य होगा। धनराशि की व्यवस्था भी की जाएगी। निजी क्षेत्र की सहभागिता की सुनिश्चित की जायेगी।
मध्यप्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाएंगे
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने इसके लिए आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देंगे। सड़कों के निर्माण के साथ ही अधोसंरचना संबंधी सभी कार्य और नर्मदा जल सहित पानी की एक-एक बूंद का उपयोग करते हुए कृषि क्षेत्र को भी लाभकारी व्यवसाय बनाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। थर्मल पावर के साथ ही सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग होगा। ओंकारेश्वर जलाशय में सोलर पेनल बिछाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों तक विद्यार्थियों को बसों से लाने की व्यवस्था होगी। पढ़ाई से कोई वंचित नहीं रहेगा। लघु जलसंरचनाओं का जाल बिछाया जाएगा। जहां पूर्व में 7 लाख हेक्टेयर से 31 लाख हेक्टेयर तक सिंचाई क्षेत्र बढ़ाया गया था, उसे 60 लाख तक पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) एक आंदोलन के रूप में विस्तार प्राप्त करेंगे। संसाधनों के बंटवारे का ध्यान रखते हुए जितनी आबादी उतनी राशि के सिद्धांत पर कार्यों का क्रियान्वयन होगा।
वोकल को लोकल बनाने का ध्येय
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में रोजगार के माध्यम से अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना एक प्रमुख कार्य रहेगा। वोकल को लोकल बनाने का ध्येय है। स्थानीय उत्पाद को बिक्री से जोड़ा जाएगा। महिला सशक्तिकरण भी स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री को प्रोत्साहन देते हुए बढ़ेगा। ग्रामीण महिलाओं के कौशल को निखार कर उनके व्यवसाय को लाभकारी बनाया जाएगा। इसी तरह सांस्कृतिक गतिविधियों से  रोजगार वृद्धि के प्रयास होंगे। छोटे व्यापारियों को तकलीफ न हो, बड़े व्यापारी यदि बेईमानी करते हों, वे सावधान हो जाएं क्योंकि आम लोगों को परेशानी में डालने वाले छोड़े नहीं जाएंगे। अपराधी तत्व कुचल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति का सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
सहभागिता और सकारात्मक सोच आवश्यक
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश गढ़ने में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि विकास में प्रत्येक नागरिक की सहभागिता आवश्यक है। इसके साथ ही सकारात्मक सोच का भी महत्व है। हम सभी सकारात्मक होकर प्रदेश के विकास में भागीदारी करें। एक जिद, जूनून और जज़्बे के साथ सभी प्रदेश की प्रगति के लिए कार्य करें। हमारा मध्यप्रदेश गान भी इसी भाव का परिचायक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नीति आयोग ने प्रदेश के रोडमेप के निर्माण में सहयोग किया है। लोक सेवा प्रबंधन विभाग रोडमैप क्रियान्वयन में समवन्य करेगा। अन्य सभी विभाग सक्रिय भागीदारी करेंगे। दीनदयाल समितियों के माध्यम से भी समन्वय स्थापित किया जाएगा। कोरोना के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अभी यह समस्या पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। मास्क ही वैक्सीन है। दीपावली भी सावधानी से सभी लोग मनाएं। कोरोना पूरी तरह समाप्त होगा। ष्ये रैन अंधेरी बीतेगी, पतवार चलाते जाएंगे, मंजिल आएगी, जरूर आएगीष्। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी विवेकानन्द जी के कथन का स्मरण करते हुए कहा कि आज यह जरूरी है कि सभी उठें, जागें और तब-तक कार्य करें, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। क्योंकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
रोड मैप में है विकास का विजन
    कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि रोडमैप- 2023 के विमोचन अवसर का यह कार्यक्रम अभिनव है क्योंकि इसमें प्रदेश के विकास के विजन को सामने रखते हुए ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित करने का महत्वपूर्ण कल्याणकारी यज्ञ भी पूरा हो रहा है। इस रोडमैप में एक विजन के दर्शन होते हैं। ये विकास का विजन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान विकास के प्रति अत्यंत गंभीर और निरंतर कार्य करने वाले मुख्यमंत्री हैं।
मध्यप्रदेश ने कोरोना से निपटते हुए रोडमैप भी बना लिया - श्री अमिताभ कांत
    नीति आयोग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिताभ कांत ने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विशिष्ट अतिथि के रूप में भागीदारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की रणनीति के अनुरूप मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने विभिन्न विषय-विशेषज्ञों से परामर्श कर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार किया है। इस रोडमैप को प्रदेशवासियों के सामने रखा गया है। जब सभी राज्य सिर्फ कोरोना से ही लड़ रहे थे, तब मध्यप्रदेश ने कोरोना से लोगों के बचाव के लिए अच्छे प्रबंध करते हुए प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए यह रोडमैप तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य किया जो निश्चित ही प्रशंसनीय है। उल्लेखनीय है कि 7 से 11 अगस्त की अवधि में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चार मुख्य विषयों भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा और अर्थव्यवस्था एवं रोजगार पर राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किये। इन वेबिनार्स में नीति आयोग के प्रतिनिधि, सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अर्थव्यवस्था से जुड़े विषय-विशेषज्ञों को आमंत्रित कर उनके सुझाव प्राप्त किये गये। वेबिनार्स में प्राप्त सुझाव के आधार पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप की कार्ययोजना तैयार की।
    प्रारंभ में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने का श्रेय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की उमंग, ऊर्जा और उत्साह के सामने सभी कठिनाईयां बौनी सिद्ध हुईं। जब देश-विदेश में कोविड-19 नियंत्रण से बाहर हो रहा था, तब मध्यप्रदेश में अच्छा प्रबंधन हुआ। प्रशासनिक व्यवस्था में एक आमूल-चूल परिवर्तन यह हुआ की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निर्णय लेने का महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निश्चय से वेबिनार में करीब 650 विषय-विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। ऑन लाइन सुझाव भी प्राप्त हुए। मुख्य सचिव श्री बैंस ने आशा व्यक्त की कि मध्यप्रदेश की विकास यात्रा विभिन्न पड़ावों से होकर मंजिल तक पहुंचेगी। निष्ठा, परिश्रम और जिम्मेदारी से इस रोड मैप को सभी अंजाम तक पहुंचाएंगे। मुख्य सचिव श्री बैंस ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का उनकी नेतृत्व क्षमता से मिले इस लाभ के लिए आभार भी व्यक्त किया।
    आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के विमोचन कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और विभागाध्यक्ष भी शामिल हुए। इसके अतिरिक्त संभाग एवं जिलों से सांसद, विधायक, संभागायुक्त, आईजी, कलेक्टर, एसपी भी कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल थे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण मध्यप्रदेश दूरदर्शन, क्षेत्रीय न्यूज चैनल्स एवं सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर किया गया। कार्यक्रम का संचालन उप सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री सुधीर कोचर ने किया।

घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय आर्बिट्रेसन (माध्यस्थम) केन्द्र प्रारंभ माध्यस्थम केन्द्र पर सुविधाऐं उपलब्ध

 घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय आर्बिट्रेसन (माध्यस्थम) केन्द्र का माननीय उच्च न्यायालय परिसर जबलपुर में प्रारम्भ किया गया है। इस माध्यस्थम केन्द्र का उद्घाटन 04 जुलाई, 2020 को किया जा चुका है तथा इस केन्द्र के द्वारा कार्य करना भी शुरू कर दिया गया है। इससे संबंधित नियमों का प्रकाशन पहले ही 06 सितम्बर 2019 को कर दिया गया था।

    उक्त माध्यस्थम केन्द्र पर निम्नांकित सेवाऐं उपलब्ध हैं जिनमें निर्धन पक्षकारों के लिए पांच लाख तक के दावों में माध्यस्थम शुल्क के बिना निःस्वार्थ माध्यस्थ (आर्बिट्रेसन) की उपलब्धता, विवादों का एक वर्ष के अंदर मैत्रीपूर्ण निपटारा, फास्टटेªक प्रक्रिया अपनाई जाने की सुविधा एवं छः माह की अवधि में विवादों का समाधान, मामले के मूल्यांकन अनुसार मानक फीस पर स्वयं के विकल्प पर माध्यस्थ (आर्बिट्रेसन) चुनने की सुविधा, मामले में मध्यस्थता एवं सुलह को वरीयता दिये जाने की सुविधा, केन्द्र में अलग से मध्यस्थता कक्ष की उपलब्धता, विर्निदिष्ट विवाद्यकों पर विशेषज्ञ की नियुक्ति की सुविधा, अंतर्राष्ट्रीय विवादों को माध्यस्थम केन्द्रों को सौपें जाने की सुविधा, नाम मात्र के शुल्क पर अच्छी आधारभूत संरचना एवं कुशल मानव शक्ति की सहायता की सुविधा, पूछताछ, कम्प्यूटर, फर्नीचर, पुस्तकालय, रिकोर्ड रूम और कैफेटेरिया की सुविधा, कुशल न्यायिक अधिकारियों, टाईपिस्ट, लॉ रिसर्चर्स, केशियर/एकाउन्टेंट और टेकनिकल मेन पॉवर की सुविधा सुविधायें उपलब्ध है। म0प्र0 उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश उक्त माध्यस्थम केन्द्र के मुख्य संरक्षक है। यह केन्द्र म0प्र0 उच्च न्यायालय के पांच वरिष्ठतम माननीय न्यायाधीशगण के बोर्ड ऑफ गर्वनर्स के द्वारा प्रशासित है। सदस्य सचिव उक्त केन्द्र के डायरेक्टर है। इस केन्द्र की दिन-प्रतिदिन की व्यवस्था सपोटिंग स्टाफ सहित एक पूर्णकालिक डायरेक्टर की देख रेख में है।

अंतिम व्यय लेखा मिलान एवं सार विवरण प्रस्तुत करने संबंधी प्रशिक्षण 17 नवम्बर को

 विधानसभा उप निर्वाचन 2020 के अन्तर्गत निर्वाचन व्यय लेखा पुस्तिका संधारण हेतु पूर्व में दिए गए प्रशिक्षण अनुसार व्यय की गई राशियों को दर्ज एवं निर्वाचन व्यय लेखा पुस्तिका में दर्ज व्ययो व प्राप्त राषियों के प्रमाणक भी समस्त प्रत्याषियों द्वारा रख लिए होंगे।

    कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ वीरेन्द्र सिंह रावत के मार्गदर्शन में विधानसभा क्षेत्र 12-मेहगांव एवं 13-गोहद (अजा) के समस्त प्रत्याशियों का अंतिम व्यय लेखा व सार विवरण प्रस्तुत करने के पूर्व 17 नवम्बर 2020 को दोपहर 12 बजे जिला पंचायत भिण्ड के सभागार में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। जिसमें समस्त प्रत्याशी या उनके अतिरिक्त निर्वाचन अभिकर्ता (व्यय लेखा) अनिवार्य रूप से निर्वाचन व्यय लेखा पुस्तिका, व्यय व प्राप्ति के प्रमाणक (व्हाउचर) एवं बैंक पासबुक (अद्यतन) आदि मूल अभिलेखों को प्रशिक्षण में लाऐे। प्रशिक्षण में प्रत्याशी स्वयं या उनके अतिरिक्त निर्वाचन अभिकर्ता को (व्यय लेखा) अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना सुनिश्चित करें

निलंबित शस्त्र लायसेंस बहाल, थानो में जमा शस्त्र लायसेंसधारी अपने शस्त्र वापिस ले

 जिला दण्डाधिकारी श्री वीरेन्द्र सिंह रावत ने आदेश जारी कर कहा है कि विधानसभा उप निर्वाचन 2020 कार्य सम्पन्न हो जाने के कारण निलंबित किए गए शस्त्र लायसेंस बहाल कर दिए गए है और थानो में जमा शस्त्र लायसेंसो को उठाने का आदेश आज जारी किया गया है।

    ज्ञात रहे कि विधानसभा उप निर्वाचन 2020 की प्रक्रिया का कार्यक्रम घोषित होने के कारण तथा निर्वाचन को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष सम्पन्न कराए जाने हेतु कानून व्यवस्था की दृष्टि से भिण्ड जिले में द.प्र.सं. की धारा 144 के तहत शस्त्र लेकर चलने तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु 29 सितम्बर 2020 के आदेश से भिण्ड जिले के लायसेंसी शस्त्र धारको के निर्धारित फार्म 3 और 5 में जारी सभी प्रकार के शस्त्र तत्काल प्रभाव से 12 नवम्बर 2020 तक निलंबित किए जाकर थानो में जमा कराए गए थे।

13 व्यक्तियों को 1 लाख 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत

 कलेक्टर श्री वीरेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री स्वैच्छानुदान योजनान्तर्गत 13 व्यक्तियों को विभिन्न प्रयोजनार्थ 1 लाख 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत किए गए है।

    संयुक्त कलेक्टर श्री इकबाल मोहम्मद ने बताया कि जिन व्यक्तियों को मुख्यमंत्री स्वैच्छानुदान योजनान्तर्गत आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। उनमे रघुनाथ नगर मानपुरा भिण्ड निवासी श्रीमती नीतू गोयल को 5 हजार, ग्राम पंचायत पावई निवासी श्री जयवीर को 10 हजार रूपए, वार्ड क्र.12 बिरखडी गेट रोड गोहद निवासी श्री असगर खान पुत्र श्री इस्माईल खांन को 15 हजार रूपए, किषोर सिंह का पुरा निवासी श्रीमती गुड्डी पति श्री विनोद सिंह को 20 हजार रूपए, लक्ष्मीपुरा निवासी श्री चरनसिंह पुत्र श्री रामदीन जाटव को 20 हजार रूपए, लहरोली निवासी श्री अजीत सिंह पुत्र स्व.श्री जगेन्द्र सिंह को 15 हजार रूपए, लक्ष्मीपुरा निवासी श्री बहादुर सिंह जाटव पुत्र श्री मूलपाल सिंह जाटव को 5 हजार रूपए, वार्ड क्र.4 भिण्ड निवासी श्री सुनील कुमार पुत्र श्री विद्याराम को 5 हजार रूपए, लहरोली निवासी श्रीमती राजकुमारी पत्नी श्री रामसनेही को 5 हजार रूपए, जखमोली निवासी श्रीमती गिरजादेवी पत्नी श्री रामबीर सिंह को 20 हजार रूपए, कोकसिंह का पुरा निवासी श्री नरेन्द्र सिंह पुत्र श्री बाबूराम को 15 हजार रूपए, लक्ष्मीपुरा निवासी श्री द्वारिकाप्रसाद शाक्य पुत्र स्व.श्री छोटेलाल शाक्य को 5 हजार रूपए एवं नूरगंज वार्ड क्र.5 गोहद निवासी श्री लवकुष प्रजापति पुत्र श्री कल्याण को 10 हजार रूपए शामिल है।

नवगठित नगर परिषद रौन एवं मालनपुर के वार्डो के आरक्षण की कार्यवाही 20 नवम्बर को

 नगरीय प्रशासन एवं विकास म.प्र.भोपाल के निर्देशानुसार भिण्ड जिला अन्तर्गत नवगठित नगर परिषद रौन एवं मालनपुर के प्रथम वार्डो के आरक्षण की कार्यवाही नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा ’’क’’ एवं उसके अन्तर्गत बनाए गए नियम म.प्र.नगर पालिका/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पिछडा वर्ग तथा महिलाओं के लिए वार्डो की आरक्षण की कार्यवाही नियम 1994 के नियम 3 (4) एवं उप नियम (1),(2) तथा (3) के प्रावधान अनुसार 20 नवम्बर 2020 को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय भिण्ड के सभागार में दोपहर 12 बजे से कलेक्टर द्वारा की जाएगी।

इस वर्ष रतनगढ माता मंदिर पर दीपावली भाई दौज को नहीं लगेगा मेला

     अपर कलेक्टर श्री अनिल कुमार चांदिल ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण एवं गृह मंत्रालय के आदेशानुसार प्रदेश के धार्मिक स्थलो पर मेले के आयोजन को प्रतिबंधित किया गया है एवं उच्च न्यायालय के निर्देशो के पालन में दतिया जिले के अन्तर्गत रतनगढ माता मंदिर पर दीपावली की भाई दौज को लगने वाला मेला स्थगित कर दिया गया है। इस संबंध में जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भिण्ड, अटेर, गोहद,मेहगांव एवं लहार, जिले की समस्त नगरीय निकाय एवं नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र जारी कर अवगत करा दिया गया है।


मुख्य नगर पालिका अधिकारी गोहद को कारण बताओ नोटिस

 कलेक्टर भिण्ड के प्रतिवेदन के आधार पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद गोहद के रामप्रकाश जगनेरिया को चंबल संभाग के कमिश्नर श्री आरके मिश्रा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।  

    कारण बताओ नोटिस जारी में कमिश्नर श्री मिश्रा ने बताया कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी जगनेरिया विगत 5 नवम्बर को टीएल बैठक में बिना बताये अनुपस्थित रहे, जिस कारण विभागीय कार्यो, योजनाओं पर निराकरण होने में असुविधा हुई। इसके पूर्व 27 अक्टूबर को विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 के सुचारू रूप में संपन्न कराने हेतु मतदान केन्द्रों की आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा बैठक की गई थी। जगनेरिया उस बैठक में भी अनुपस्थित रहे। निर्वाचन महत्वपूर्ण जैसे कार्य में अत्यन्त लापरवाही प्रतिदर्शित होती है। इस कारण चंबल कमिश्नर श्री मिश्रा ने जगनेरिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस का जबाव 17 नवम्बर को अपरान्ह 3 बजे तक अधोहस्ताक्षरीय के समक्ष उपस्थित होकर अपना उत्तर प्रस्तुत करें। समय सीमा में जबाव प्रस्तुत न करने पर एक पक्षीय कार्रवाही की जावेगी। 

मुख्यमंत्री ने दिये 20 साल पुराने केस में मुरैना के पुलिस वालों के खिलाफ कार्यवाही के मुरैना कलेक्टर को निर्देश , हाईकोर्ट ने दर्ज कराई एफ आई आर, पुलिस कोर्ट से चुरा लाई केस डायरी , धरे रही , सबूत फाड़ फाड़ कर फेंकें

    मुरैना 15 सितंबर ( ग्वालियर टाइम्स ) लगातार 20 साल तक कोर्ट और कानून की ऑंखों में धूल झोंक कर भारी भरकम रिश्वत और भ्रष्टाचार की विष्ठा ख...